भारत में धीरे धीरे फेल रहा कोरोना कई राज्यों में कोरोना की स्पीड बढ़ गई है.दिल्ली में संक्रण राजधानी म दर 32 फीसदी के पार चली गई है तो हरियाणा में भी रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं.
मुंबई में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. आखिर अचानक से कोरोना के मामले क्यों बढ़ रहे हैं? क्या सावधानी बरतने की जरूरत है? जानिए
देश में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर बढ़ने लगा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक, बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 7,633 नए मामले सामने आए हैं. 11 मरीजों की मौत भी हुई है. पॉजिटिविटी रेट भी 3.62 फीसदी पहुंच गया है.
सबसे ज्यादा 1,528 संक्रमित केरल में मिले हैं. इसके बाद दिल्ली का नंबर आता है, जहां 1,017 मामले सामने आए हैं. हरियाणा में 898, तमिलनाडु में 521 और महाराष्ट्र में 505 मरीजों की पहचान हुई है. यानी, 24 घंटे में देशभर में जितने मामले सामने आए हैं, उनमें से 58 फीसदी से ज्यादा मरीज इन्हीं पांच राज्यों में मिले हैं.
इसके साथ ही एक्टिव केसेस की संख्या भी बढ़कर 61,200 के पार चली गई है. सबसे ज्यादा 19,714 एक्टिव केस केरल में हैं. महाराष्ट्र में 6,087 और दिल्ली में 4,976 एक्टिव केस हैं.
दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 32 फीसदी के पार
राजधानी दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 32.25 फीसदी पर पहुंच गया है. इसका मतलब ये हुआ कि हर 100 टेस्ट में 32 से ज्यादा पॉजिटिव मिल रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट का ये आंकड़ा 15 महीने में सबसे ज्यादा है. इससे पहले पिछले साल 14 जनवरी को दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 30.6 फीसदी रहा था. दिल्ली में सोमवार को 1,017 नए मामले सामने आए हैं और चार मरीजों की मौत हुई है.
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 7,954 बेड रिजर्व रखे गए हैं, जिनमें से 325 पर मरीज भर्ती हैं. जबकि 3,643 मरीज होम आइसोलेशन में हैं.
मुंबई में 131 नए मामले सामने आए
महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना के 505 नए मामले सामने आए हैं. इनमें से 131 मामले मुंबई में सामने आए हैं. हालांकि, राहत की बात ये रही कि किसी की मौत नहीं हुई. जबकि, इससे पहले रविवार को 650 मामले सामने आए थे और दो मरीजों की मौत हुई थी.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मुंबई सर्किल में 262, पुणे सर्किल में 90, औरंगाबाद सर्किल में 86, अकोला सर्किल में 39, नाशिक सर्किल में 12, कोल्हापुर सर्किल में 7 और लातूर सर्किल में 6 मामले सामने आए हैं.
हरियाणा में रिकॉर्ड मामले सामने आए
हरियाणा में सोमवार को कोरोना के रिकॉर्ड मामले सामने आए. यहां 898 नए मरीजों की पहचान हुई. इनमें आधे से ज्यादा सिर्फ गुरुग्राम में ही सामने आए.
गुरुग्राम में सोमवार को कोरोना के 461 मामले सामने आए. इसके बाद फरीदाबाद में 134, यमुनानगर में 47 और करनाल में 43 संक्रमित मिले. इनके अलावा पंचकूला में 35, सोनीपत में 23, पानीपत में 19 और रोहतक में 20 मामले आए.
क्या कोई अलग लक्षण हैं?
INSACOG ने बताया कि भारत में अभी कोरोना के जितने मामले सामने आ रहे हैं, उनमें से 38.2 फीसदी मामले XBB.1.16 सब-वैरिएंट के हैं.
XBB.1.16 के लक्षण भी ओमिक्रॉन के बाकी सब-वैरिएंट्स की तरह ही हैं. इसके लक्षणों में भी बुखार, सर्दी-खांसी, नाक बहना, सिरदर्द, शरीर में दर्द, पेट में दर्द और दस्त शामिल हैं.
हालांकि, राहत की बात ये है कि ये ज्यादा गंभीर नहीं है. ज्यादातर मरीजों का इलाज घर पर ही किया जा सकता है और केवल गंभीर स्थिति में ही अस्पताल जाने की जरूरत पड़ रही है.
क्या है XBB.1.16.1?
हर वायरस म्यूटेट होता है. म्यूटेशन के कारण ही इसके नए-नए वैरिएंट सामने आते हैं. अभी भारत में कोरोना के जो मामले बढ़ रहे हैं, उसके लिए ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट XBB.1.16 को जिम्मेदार माना जा रहा है. XBB.1.16.1 सब-वैरिएंट XBB.1.16 का ही म्यूटेटेड वर्जन है.
कितना खतरनाक है XBB.1.16.1?
अभी तक फिलहाल इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि XBB.1.16.1 ज्यादा गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है या नहीं.
पिछले साल ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट XBB सामने आया था. इसी में म्यूटेशन की वजह से XBB.1.16 और XBB.1.16.1 निकलकर आए हैं.
भारत में ही अब तक ओमिक्रॉन के 400 से ज्यादा सब-वैरिएंट सामने आ चुके हैं. इनमें से 90 फीसदी XBB हैं.
बीते कुछ हफ्तों से भारत में कोरोना के मामलों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है और इसकी वजह XBB.1.16 है. इस सब-वैरिएंट की वजह से 12 साल से कम उम्र के बच्चों में भी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं.
ये सब-वैरिएंट इम्युन सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है. अगर आप पहले कोविड से संक्रमित हुए हैं या वैक्सीनेटेड हैं तब भी आप इस सब-वैरिएंट से संक्रमित हो सकते हैं.