क्या आप जानते है International Tea Day 2021: आज के दिन क्यों मना रहे है लोग ? इसे मनाने की कहा से हुई है शुरुवात इसे मनाने का क्या है उद्देश्य .
21 मई को पूरी दुनिया अन्तर्राष्टीय चाय दिवस यानी International Tea Day के तोर पर मनाती है। बीते साल 2020 से इसको 21 मई से से मनाना शुरू किया गया है । इससे पहले इसको हर साल 15 दिसंबर को मनाया जाता था ।
इस साल दूसरा मौका है जब International Tea Day को 21 मई को मनाया जाएगा इस दिन को मनाये जाने में आखिर क्या मकसद है ?
क्या आप जानते है अगर नहीं जानते तो चलिए हम आपको बताते है की इस दिन को मनाने के पीछे लोगो क्या मकसद है और इसकी शुरवात कहा से हुई थी।
International Tea Day मनाने की शुरवात कहाँ से हुई ?
चाय शब्द पूरी तरह से दुनिया में महशूर बोहत से लोगो को तो इस WORD से ही इतना प्यार है। चाय का नाम सुनकर ही पूरी BODY में एक ताजगी भर जाती है।
International Tea Day 2021: United Nations (यूएन) की और से भारत के अनुरोध पर ही 21 मई को इंटरनेशनल टी डे के तौर पर मनाने का फैसला किया गया था. आज भारत पहुंची यह चाय हर घर की जान बन गई है. पूरी दुनिया में चाय के दीवाने है।
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चाय पिने की शुरवात कहाँ से हुई ?
भारत देश में आज चाय का क्रेज इतना बढ़ गया है की लोगो को किसी नशे की तरह चाय की लत लग गई है। लोगो के दिन की शुरवात ही चाय की पहली प्याली से ही होती है।
पर क्या आप जानते है की विश्व में चाय की शुरुवात कहाँ से हुई अगर नहीं जानते तो आपको बता दे की चाय पीने की शुरुआत चीन से 10वीं सदी में हुई थी। चीन में चाय पीने की संस्कृति करीब 1500 साल पुरानी है।
चाय शब्द चीन का है चीन में ही इसकी शुरुवात हुई थी . इसके बाद चाय भारत पहुंची और आज यह हर घर की जान बन गई है.
International Tea Day मनाने का क्या मकसद है ?
International Tea Day 2021: United Nations (यूएन) की और से भारत के अनुरोध पर ही 21 मई को इंटरनेशनल टी डे के तौर पर मनाने का फैसला किया गया था. आज भारत पहुंची यह चाय हर घर की जान बन गई है. पूरी दुनिया में चाय के दीवाने है।
यूएन की तरफ से इस दिन के आयोजन का मकसद चाय की खेती में करने वाले किसानों को पहचान दिलाना है. चाय पीने की शुरुआत चीन से 10वीं सदी में हुई मानी जाती है. साथ ही देश भर में चाय के लाखो दीवाने है
इसका मकसद दुनियाभर में फैले चाय के शौकीनों की अहमियत के बारे में बताना भी है.
चाय पिने के क्या है फायदे ?
सुबह की शुरुआत क्या आप भी चाय के प्याले के साथ करते हैं ? तनाव, परेशानी, सर्दी या जुकाम हो आपको हर मर्ज से चाय ही राहत देती है? तो आज आपके लिए बेहद ख़ास दिन है.
आज इंटरनेशनल टी डे है यानी चाय पीने वालों के लिए बेहद ख़ास दिन. तो हम आपको बतायेंगे चाय के प्रकार और और उनके फायदे
Chamomile tea (कैमोमाइल टी) .
कैमोमाइल टी पीने से गले की सूजन ठीक होती है. कैमोमाइल में कुछ ऐसे गुण मौजूद होते हैं, जिससे बैक्टीरिया दूर होते है.सर्दी जुकाम होने पर कैमोमाइल की चाय का सेवन भी गुणकारी होता है .
नींबू की चाय (lemon tea).
नींबू विटामिन सी से भरपूर होता है और इसमेंऔर शहद में एंटी बैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल्स गुण होते हैं, जो सर्दी जुकाम के खिलाफ लड़ने में मदद करते हैं.
नींबू और शहद की चाय सबसे ज्यादा प्रभावी और आयुर्वेदिक औषधि है, इसलिए जब भी सर्दी जुकाम हो इस चाय का इस्तेमाल जरूर करें.
ग्रीन टी (Green Tea).
बहुत से लोग वजन कम करने के लिए ग्रीन टी पीते हैं, लेकिन ग्रीन टी स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छी होती है. इसमें भरपूर पोषक तत्व और कई एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं.
यही नहीं ग्रीन टी कई तरह के संक्रमण से बचाव भी करती है. सर्दी जुकाम होने पर ग्रीन टी पीते रहें, इससे जुकाम जल्दी ठीक होगा.
हल्दी की चाय (Turmeric tea) .
हल्दी में कई एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं और इसमें एक खास तत्व करक्यूमिन होता है, जो सर्दी जुकाम के लक्षणों और गले में खराश को दूर करने में मदद करता है.
हल्दी की चाय बनाने के लिए एक कप पानी में नींबू का रस और और हल्दी का पाउडर मिलाकर उबाल लें, फिर इसमें शहद मिलाकर पी लें. यह चाय स्वास्थ्यवर्धक होती है और गले को साफ रखने में भी मदद करती है.
अदरक की चाय (Ginger tea).
अदरक की चाय में एंटी वायरल कंपाउंड होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं. इसके अतिरिक्त शरीर में गर्मी बनाए रखता है,
जिससे सर्दी जुखाम जल्दी ठीक होने में मदद मिलतीहै. सर्दी जुखाम में अदरक की चाय अधिक राहत पहुंचाती है.