भारत को प्रकृति ने अलग अलग रूपों में बहुत कुछ बख्शा है,
यह देश अपनी खूबसूरती से विदेशी लोगों को भी आकर्षित करता है।
यहां के हरे-भरे बाग, जंगल, झरने, प्राकृतिक दृश्य किसी का भी ध्यान अपनी ओर खिंचने का काम करते हैं।
दुनिया की विरली प्राकृतिक संपदाओं के दीदार करने हों तो पूर्वोत्तर भारतभारत के मेघालय की सैर आपको ज़रूर करनी चाहिए।
ऐसे में ही एक आकर्षित जगह है “डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज”।
यह जगह जीवित जड़ सेतु के नाम से दुनियाभर में फेमस है, सैकड़ों साल पुरानी इस प्राकृतिक धरोहर को देखने देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर से पर्यटक विरले जंगलों के बीच आते हैं और अचंभित होकर लौटते हैं।
यह जड़ सेतु बादलों का घर कहे जाने वाले मेघालय के चेरापूंजी में स्थित है, इस खूबसूरत व अनोखे ब्रिज को देखकर हर कोई हैरान रह जाता है।
यह सुंदर व आकर्षित ब्रिज मेघालय की उमशियांग नदी के ऊपर बना है, इस पुल की खासियत है कि इसे किसी भी धातु का इस्तेमाल किए बिना सिर्फ पेड़ों की जड़ों से बनाया गया है।
यह जड़ सेतु बादलों का घर कहे जाने वाले मेघालय के चेरापूंजी में स्थित है, इस खूबसूरत व अनोखे ब्रिज को देखकर हर कोई हैरान रह जाता है।
यह सुंदर व आकर्षित ब्रिज मेघालय की उमशियांग नदी के ऊपर बना है, इस पुल की खासियत है कि इसे किसी भी धातु का इस्तेमाल किए बिना सिर्फ पेड़ों की जड़ों से बनाया गया है।
यह पुल तिर्ना गांव से शुरू होकर उमशियांग नदी के ऊपर से बना है। यहां तक पहुंचने के लिए लोगों को पहाड़ी से 3500-3600 सीढ़ी नीचे उतरनी पड़ती है। इस में करीब 3-4 घंटे का समय लगता है। इस पूरे ट्रेक का अपना अलग ही मजा होता है